कारखाना अधिनियम 1948 के अवयस्क के सेवायोजन सम्बन्धी प्रावधान

बच्चों का कारखानों में नियोजन सम्बन्धी प्रावधान कारखाना अधिनियम 1948 के लागू होने के पूर्व भारत में स्त्री एवं अवयस्क श्रमिकों का ही विभिन्न उद्योगों में शोषण किया जाता था। उस समय न तो इनके कार्य करने के घंटे निश्चित थे और न ही पारिश्रमिक उद्योगपति इनसे मन चाहे समय तक कार्य लिया करते थे …

कारखाना अधिनियम 1948 के अवयस्क के सेवायोजन सम्बन्धी प्रावधान Read More »

कारखाना अधिनियम 1948 के प्रौण श्रमिकों के रोजगार सम्बन्धी प्रावधान

कारखाने में कार्यशील घंटों का अपना अलग ही महत्व है। किसी भी श्रमिक से (चाहे वह मानसिक श्रम करने वाला हो या शारीरिक) लगातार अधिक समय तक कार्य लेने से उसकी कार्य कुशलता में ही केवल कमी नहीं आती बल्कि उसका स्वास्थ्य भी निरन्तर गिरता जाता है जिससे वह अधिक समय तक कार्य करने योग्य …

कारखाना अधिनियम 1948 के प्रौण श्रमिकों के रोजगार सम्बन्धी प्रावधान Read More »

कारखाना अधिनियम 1948 के श्रम कल्याण सम्बन्धी प्रावधान

श्रम कल्याण से आशय उन समस्त क्रियाकलापों से होता है जिनके द्वारा श्रमिकों का जीवन सुखमय हो जाता है और जिनसे उनकी कार्यकुशलता में वृद्धि हो जाती है। श्रम कल्याण शब्द आवश्यक रूप से लचीला है। इसका अर्थ भी एक देश तथा दूसरे देश में विभिन्न सामाजिक प्रथाओं, शैक्षिक विकास और औद्योगीकरण के स्तर के …

कारखाना अधिनियम 1948 के श्रम कल्याण सम्बन्धी प्रावधान Read More »

कारखाना अधिनियम 1948 के सुरक्षा सम्बन्धी प्रावधान

कारखाना अधिनियम 1948 में दिए गये सुरक्षा सम्बन्धी प्रावधान निरपेक्ष एवं वाध्यकारी प्रकृति के है तथा प्रत्येक कारखाने का परिभोगी इनका पालन करेगा। यह निम्न है – 1. यन्त्रों की घेरावन्दी [धारा 21] – यंत्रों की घेराबन्दी का आशय उन्हें इस प्रकार से सुरक्षित रखना है जिससे कारखाने में कार्य करने वाले श्रमिकों को किसी …

कारखाना अधिनियम 1948 के सुरक्षा सम्बन्धी प्रावधान Read More »

कारखाना अधिनियम 1948 के स्वास्थ्य सम्बन्धी प्रावधान

कारखाना अधिनियम 1948 के स्वास्थ्य सम्बन्धी प्रावधान – स्वास्थ्यप्रद वातावरण के अभाव में श्रमिकों की कार्यकुशलता धीमी होगी जिसके परिणामस्वरूप औद्योगिक उत्पादन भी धीमी गति से होगा जिससे श्रमिकों तथा नियोक्ता दोनों की क्षति होगी। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु कारखाना अधिनियम में विभिन्न प्रावधान बनाये गये हैं- 1. सफाई [ धारा 11 ] – …

कारखाना अधिनियम 1948 के स्वास्थ्य सम्बन्धी प्रावधान Read More »

सॉफ्टवेयर

इन्टरनेट परिभाषा लक्षण लाभ

इन्टरनेट की कई परिभाषाएँ हैं परन्तु उनका अर्थ समान है। कुछ परिभाषाएँ निम्नांकित है यह विश्व भर में फैले लाखों कम्प्यूटरों द्वारा घिरे हुए आँकड़ों के संचार की आज्ञा देने वाला अन्तर्सम्बद्ध नेटवर्क की सीरीज है। यह वैश्विक संचार का नेटवर्क है जो विश्व भर में फैले कम्प्यूटरों को जुटने एवं सूचनाओं क आदान-प्रदान करने …

इन्टरनेट परिभाषा लक्षण लाभ Read More »

कारखाना अधिनियम 1948

कारखाना अधिनियम 1948 के प्रावधान अत्यन्त व्यापक एवं उचित हैं परन्तु कारखानों में इनका उचित पालन न होने के कारण ये अपर्याप्त एवं अनुचित लगते हैं। यदि इन प्रावधानों को कारखानों में ठीक से लागू किया जाय तो इनके अनुचित होने का कोई कारण नहीं बनता। कानून का अनुचित प्रचालन इसे दोषपूर्ण बना देता है। …

कारखाना अधिनियम 1948 Read More »

नियंत्रण अर्थ परिभाषा क्षेत्र व 6 कठिनाइयां

नियंत्रण से आशय एक ऐसी प्रक्रिया से लगाया जाता है जिसमें यह देखा जाता है कि लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए जो योजनाएँ बनायी गयी हैं, वह योजनाएँ कार्यान्वित हो रही है या नहीं और यह पता लगाने के लिए जाँच-पड़ताल भी की जाती है। यदि आवश्यकता महसूस हुई तो सुधार भी किया जाता है। …

नियंत्रण अर्थ परिभाषा क्षेत्र व 6 कठिनाइयां Read More »

परिवर्तन की प्रकृति प्रभाव व प्रबंध पर प्रभाव

रिचार्ड के. एलन के अनुसार, “एक संगठन में परिवर्तन इतना अनिवार्य है कि संगठन और उसमे कार्यरत व्यक्तियों को समय के व्यतीत होने पर या तो आगे बढ़ना होगा अथवा पीछे हटना होगा। वे एक लम्बे समय तक स्थिर नहीं रह सकते। यही स्थिति व्यवसाय एवं उद्योग की है। इस सम्बन्ध में डब्ल्यू, वी. मेरीह्यूम …

परिवर्तन की प्रकृति प्रभाव व प्रबंध पर प्रभाव Read More »

डाटाबेस सिस्टम चित्रण प्रकार व लाभ

डाटाबेस आवश्यक डाटा का संकलन होता है जिसे विभिन्न एप्लीकेशन सिस्टमों द्वारा बाँटा जा सकता है- डाटाबेस का उपयोग किसी प्रोग्राम से डाटा के भौतिक स्टोरेज से पृथक्करण के लिए किया जाता है। अर्थात् प्रोग्राम / स्वतन्त्र डाटा। डाटा बेस में सिस्टम के अन्य संघटकों की प्रभावित किए बिना डाटा को बदला जा सकता है। …

डाटाबेस सिस्टम चित्रण प्रकार व लाभ Read More »

ऑपरेटिंग सिस्टम

सॉफ्टवेयर अर्थ आवश्यकता व प्रकार

कम्प्यूटर सिस्टम सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर दोनों से निर्मित होता है। हार्डवेयर भौतिक संघटकों को शामिल करता है जबकि सफ्टवेयर भौतिक संघटकों के संचालन के लिए प्रयुक्त होने वाले निर्देशों के सैट को सम्मिलित करता है। सॉफ्टवेयर सॉफ्टवेयर उन निर्देशों के सैट या समूह होते हैं जिनके माध्यम से कम्प्यूटर सिस्टम कार्य करता है। साफ्टवेयर के …

सॉफ्टवेयर अर्थ आवश्यकता व प्रकार Read More »

इलेक्ट्रॉनिक डाटा इंटरचेंज

इलेक्ट्रॉनिक डाटा इन्टरचेन्ज (EDI) नेटवर्क से विभिन्न कम्पनियों के मध्य डाटा को हस्तांतरण होता है यह अलग-अलग कम्प्यूटर सिस्टम अथवा कम्प्यूटर नेटवर्क के बीच डाटा हस्तांतरण की एक विधि होती है। इसका प्रयोग प्रायः ई. कामर्श प्रयोजनों जैसे पेमरहाउस को आदेश भेजने अथवा उनके आदेश को ट्रैक करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक …

इलेक्ट्रॉनिक डाटा इंटरचेंज Read More »

ऑपरेटिंग सिस्टम

ऑपरेटिंग सिस्टम

ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर उन प्रोग्रामों का संकलन होता है जो एक कम्प्यूटर के सम्पूर्ण प्रचालन का नियंत्रण करते हैं। यह कम्प्यूटर उपयोगकर्ता एवं कम्प्यूटर हार्डवेयर के बीच एक मध्यस्थ के रूप में कार्य करता है। यह ऐसा सॉफ्टवेयर है जो अन्य प्रोग्रामों के निष्पादन का नियंत्रण करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर सिड्यूलिंग, डीबगिंग, इनपुट/आउटपुट कन्ट्रोल, …

ऑपरेटिंग सिस्टम Read More »

समन्वय अर्थ व 14 उद्देश्य

एक संगठन के प्रबन्धकीय कार्यों के उचित रूप से किये जाने के लिए यह आवश्यक है कि सभी प्राकीय कार्यों का समन्वय हो प्रबन्धक द्वारा कार्यों को संगठन के व्यक्तियों व विभागों को कार्यों का बंटवारा तथा अभिहस्ताकन करके किया जाता है। इसलिए यह आवश्यक है कि लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु सभी व्याक्तियों एवं …

समन्वय अर्थ व 14 उद्देश्य Read More »

संप्रेषण अर्थ बाधाएं

संप्रेषण में समय लगता है। शब्द सम्प्रइन की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द कम्यूनिस से हुई मानी जाती है जिसका आशय है “सामान्य”। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि संप्रेषण शब्द लैटिन भाषा के शब्द कम्यूनिस से लिया गया है जिसका आशय है सामान्य रूप से सम्प्रेषण के बारे में यह कहा जा सके …

संप्रेषण अर्थ बाधाएं Read More »

नेतृत्व अर्थ महत्त्व विशेषताएं सिद्धांत

नेतृत्व से आशय व्यक्ति के व्यवहार के उस गुण से लगाया जाता है जिसके द्वारा वह मार्गदर्शन करता है और नेता के रूप में उनकी क्रियाओं का संचालन करता है। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि नेता वह गुण है जिसके द्वारा अनुयायियों के एक समूह से बिना दबाव के बाछित कार्य …

नेतृत्व अर्थ महत्त्व विशेषताएं सिद्धांत Read More »

अभिप्रेरणा‌ अर्थ उद्देश्य महत्व व विधियां

Motivation शब्द Motive से बना हुआ है जिसका शाब्दिक अर्थ इच्छा-शक्ति को जाग्रत करना होता है। इस प्रकार अभिप्रेरणा से तात्पर्य उस शक्ति से है जो व्यक्तियों में काम करने की इच्छा जागृत करती है। दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि मानव शक्ति के व्यवहार को निर्देशित करना तथा उनसे सहयोग प्राप्त करना …

अभिप्रेरणा‌ अर्थ उद्देश्य महत्व व विधियां Read More »

विभागीयकरण

किसी बड़े तथा एकात्मक संगठन को लघु व लोचपूर्ण तथा स्वतन्त्र भागों में बाँटनाविभागीगकरण कहलाता है। इस क्रिया के अन्तर्गत संगठन को भिन्न-भिन्न विभागों में बाँटा जाता है विभागीयकरण से संगठन की कार्यकुशलता बढ़ती है व निष्पादकता में सुधार होता है। विभागीयकरण को विभिन्न विद्वानों ने अप्रवत परिभाषित किया है- कूण्ट्ज तथा ओडोनल के अनुसार, …

विभागीयकरण Read More »

रेखा संगठन

रेखा संगठन में अधिकार-सत्ता का प्रवाह सीधा उच्च स्तर से निम्न स्तरों की ओर तथा दायित्वों का प्रवाह नीचे से ऊपर की ओर होता है। यह संगठन प्रारूप संगठन संरचना का सर्वाधिक पुराना तथा सरल प्रारूप है। इसे सैनिक संगठन, विभागीय संगठन, लम्बवत् संगठन, सोपानिक संगठन आदि विभिन्न नामों से जाना जाता है। रेखा संगठन …

रेखा संगठन Read More »

संगठन संरचना

संगठन संरचना से आशय किसी संस्था की समय संगठन व्यवस्था का रूप निश्चित करने लगाया जाता है। संगठन संरचना के द्वारा ऐसे प्रारूप का निर्धारण किया जाता है जिसकेअनुसार संस्था के प्रशासनिक संगा स्थापित एवं निश्चित किये जाते हैं। इस राज्य में विभिन्न विद्वानों ने निम्नलिखित परिभाषाएं दी है- संगठन की सर्वोत्तम परिभाषा काम करने …

संगठन संरचना Read More »

व्यूहरचना नियोजन

व्यूहरचना नियोजन का आशय प्रतिस्पर्द्धियों की गतिविधियों, नीतियों व लक्ष्यों को ध्यान में बते हुए एक विस्तृत योजना निर्माण करने से है जिससे कि संस्था अपने दीर्घकालीन लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सके। व्यूहरचना नियोजन में ऐसी योजना तैयार की जाती है जो निर्धारित उद्देश्यों को प्राप्त करने में संस्था की कार्यवाहियों का मार्गदर्शन …

व्यूहरचना नियोजन Read More »

समामेलित नियोजन

समामेलित नियोजन संगठन के निर्धारण तथा कार्य रीति के निर्माण एवं कार्य योजना से सम्बन्ध रखता है। समामेलित नियोजन, सामान्य नियोजन का भाग है। यह दीर्घकालीन रणनीति के अन्तर्गत तैयार किया जाता है। भावी विकास योजनाएँ, उद्देश्य सामान्य नीति तथा लक्ष्य आदि तैयार किये जाते हैं। हसे के अनुसार, “समामेलित नियोजन में लक्ष्यों का निर्धारण …

समामेलित नियोजन Read More »

अनौपचारिक संगठन

अनौपचारिक संगठन संस्था में औपचारिक रूप से कार्य करते हुए सामाजिक आवश्यकताओ की पूर्ति हेतु व्यक्तियों के बीच स्थापित हो जाते है। इसकी कुछ परिभाषाएं निम्नलिखित है- वह संगठन अनौपचारिक होता है जिससे परस्पर सम्बन्ध अज्ञानतावश संयुक्त उद्देश्य हेतु बनते है। सी. आई. बनर्डि के अनुसार अनौपचारिक संगठन वह सामाजिक संरचना है जिसका निर्माण व्यक्तिगत …

अनौपचारिक संगठन Read More »

औपचारिक संगठन

औपचारिक संगठन से आशय ऐसे संगठन से लगाया जाता है जिसमें सभी अधिकारियों के अधिकारों, कर्तव्यों एवं उत्तरदायित्वों की एकदम स्पष्ट व्याख्या कर दी गयी हो। ऐसे संगठन में प्रत्येक व्यक्ति को एक निश्चित विधि से नियमों का पालन करते हुये कार्य करना पड़ता है। इस संबंध में विभिन्न विद्वानों ने निम्नलिखित परिभाषाएं दी हैं- …

औपचारिक संगठन Read More »

संगठन

संगठन का अंग्रेजी शब्द Unity है। जिसकी उत्पत्ति ओजी के ही से हुई है जिसका आशय एक ऐसी सरचना से है जो कई भागों में विभक्त हो तथा जिसे एक समुदाय से जोड़ना आवश्यक हो कोई भी संगठन हो यह मानव शरीर के समान होता है क्योंकि जिस प्रकार मानव शरीर के कई विभाग होते …

संगठन Read More »

उद्देश्यों द्वारा प्रबंध

इस प्रबंध को लक्ष्यों द्वारा प्रबंध, मिशन द्वारा प्रबन्ध, प्रयोजन द्वारा प्रबंध, परिणामों द्वारा प्रबंध इत्यादि नामों से जाना जाता है। यह आधुनिक प्रबंध का आधुनिक सिद्धान्त है। इसके अन्तर्गत कार्यों को प्रबंध के विभिन्न स्तरों पर निर्धारित किया जाता है, फिर व्यवसाय के उद्देश्यों को पूर करने के लिए निर्देशन दिया जाता है। दूसरे …

उद्देश्यों द्वारा प्रबंध Read More »

निर्णयन की विधियां सिद्धांत व प्रक्रिया

निर्णय लेना एक कठिन कार्य है इसलिये निर्णय लेते समय बहुत ही सावधानी की आवश्यकता होती है। यदि गलत निर्णय ले लिया जाता है तो उसका परिणाम बहुत ही घातक होगा। इसके साथ-साथ निर्णय तर्कसंगत होना चाहिए अर्थात् निर्णय लेने के लिए उसके पक्ष में ठोस सबूत भी होने चाहिए। निर्णय लेने की विधियों के …

निर्णयन की विधियां सिद्धांत व प्रक्रिया Read More »

निर्णयन अर्थ विशेषताएं प्रकृति निर्णयन के प्रकार

प्रबंधकों द्वारा किये जाने वाले सभी कार्य निर्णयन पर आधारित होते हैं जैसे उत्पादन की श्रेणी क्या होगी, कच्चा माल किस स्तर का प्रयोग किया जायेगा एवं कच्चा माल कहाँ से क्रय किया जायेगा। निर्माण की उत्तम विधि क्या होगी। श्रम शक्ति की उपलब्धि कहाँ से और कब-कब होगी। अतः निर्णय लेना एक प्रक्रिया है …

निर्णयन अर्थ विशेषताएं प्रकृति निर्णयन के प्रकार Read More »

नियोजन अर्थ परिभाषा महत्व उद्देश्य

नियोजन से आशय ऐसी क्रिया से लगाया जाता है जिसमे यह तय किया जाता है कि यो किया जायेगा, कहाँ किया जायेगा, कम किया जायेगा, कौन करेगा, किस विधि से किया जायेगा और क्या कार्य किया जायेगा। दूसरे शब्दों में किसी व्यवसाय अथवा प्रौद्योगिकी संस्था के संबंध में निर्णय लेने को ही नियोजन कहते है। …

नियोजन अर्थ परिभाषा महत्व उद्देश्य Read More »

कर मुक्त आय के 11 उदाहरण

कर मुक्त आय से आशय ऐसी आय से लगाया जाता है जिन पर आयकर नहीं लगाया जाता है। कुछ आये ऐसी होती है जो पूर्णतया करमुक्त होती है। वे कुल आय में नहीं जोड़ी जाती है। कुछ आय अंशतया कर-मुक्त होती है जो कुल आय में तो जोड़ी जाती है परन्तु बाद में उन पर …

कर मुक्त आय के 11 उदाहरण Read More »

कवियों का जीवन परिचय

भविष्य निधि

भविष्य निधि योजना एक सेवा निवृत्ति लाभ योजना है। इस योजना के अन्तर्गत उक्त भविष्य निधि में अंशदान के रूप में कर्मचारी के वेतन में से एक निश्चित राशि की कटौती की जाती है। नियोक्ता भी आमतौर पर अपने पास से उतनी ही राशि का उस निधि में साथ ही अंशदान करता है। कर्मचारी के …

भविष्य निधि Read More »

नरसिंहम समिति 1991 की सिफारिशें व बदलाव

नरसिंहम समिति 1991 – कुशल बैंकिंग प्रणाली की स्थापना करने हेतु बैंकों के कार्यों, नीतियों, प्रबन्ध व संगठन आदि के बारे में उपयुक्त नीति एवं कार्य प्रक्रिया बनाने हेतु तथा बैंकिंग व्यवस्था में उन्नयन के लिए वर्ष 1996 में बैंकिंग आयोग तथा बाद में गठित की गई विभिन्न समितियों तथा कार्यकारी दलों ने विभिन्न मुद्दों …

नरसिंहम समिति 1991 की सिफारिशें व बदलाव Read More »

शाखा बैंकिंग

शाखा बैंकिंग प्रणाली व्यापारिक बैंकों का एक महत्वपूर्ण संगठन है। शाखा बैंकिंग प्रणाली लोगों में अधिक प्रिय हुई है। इसका स्पष्ट प्रमाण यह है कि आज के युग में विश्व के अनेक देश इसी व्यवस्था के आधार पर बैंकिंग सुविधाएँ प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में अधिकांश देश शाखा बैंकिंग प्रणाली को अपना रहे हैं। …

शाखा बैंकिंग Read More »

आयकर अर्थ उद्देश्य 9 विशेषताएं

आयकर से आशय ऐसे कर से लगाया जाता है जिसको करदाता की आय पर लगाया जाता है यह कर प्रत्यक्ष कर होता है क्योंकि इसे करदाता से सीधे केन्द्रीय सरकार के द्वारा वसूल किया जाता है इस कर को करदाता के द्वारा किसी अन्य व्यक्ति पर टाला नहीं जा सकता है। आयकर केन्द्रीय सरकार का …

आयकर अर्थ उद्देश्य 9 विशेषताएं Read More »

बैंक

इकाई बैंकिंग

इकाई बैंकिंग प्रणाली में बैंकों का संगठन एक कार्यालय तक ही होता है। सीमित क्षेत्र में इन बैंकों की कुछ शाखाएँ भी हो सकती। इसका प्रचलन संयुक्य राज्य अमेरिका में अधिक है। वहाँ के नगरों में छोटे-छोटे बैंक पाये जाते हैं जो अपने एकल कार्यालय से सभी बैंकिंग कार्य सम्पादित करते हैं। विभिन्न इकाई बैंक …

इकाई बैंकिंग Read More »

विकास बैंक परिभाषाएं संरचना विकास बैंक के 5 कार्य

विकास बैंक के द्वारा उद्योगों को मध्य व दीर्घकालीन वित्त प्रदान किया जाता है। ये उद्यम वृत्ति को प्रोत्साहित करती हैं तथा तकनीकी व व्यावहारिक ज्ञान के विकास पर भी ध्यान देती है। इनके द्वारा उद्यमिता को बढ़ाने हेतु सलाहकारी सेवायें भी दी जाती हैं। इन बैंकों के द्वारा वित्तीय तथा विकास सम्बन्धी सेवायें एक …

विकास बैंक परिभाषाएं संरचना विकास बैंक के 5 कार्य Read More »

बैंक

बैंक अर्थ परिभाषा कार्य लक्षण

बैंक शब्द की उत्पत्ति इटैलियन भाषा के शब्द बैंको (Banco) से हुई मानी जाती है। इसे फ्रेंच भाषा में Banke कहा जाता है। यह अंग्रेजी में Bank हो गया है। लोग अपनी अपनी बचत राशि को सुरक्षा की दृष्टि से अथवा ब्याज कमाने हेतु इन संस्थाओं में धनराशि जमा करते और आवश्यकतानुसार समय समय पर निकालते रहते …

बैंक अर्थ परिभाषा कार्य लक्षण Read More »

वाचन

सस्वर वाचन व मौन वाचन के उद्देश्य विशेषताएँ

वाचन वह क्रिया है जिसमें प्रतीक ध्वनि और अर्थ साथ-साथ चलते हैं। एक विदेशी लेखक कैथरीन ओकानर का कहना है कि “वाचन वह जटिल अधिगम प्रक्रिया है जिसमें दृश्य-श्रव्य एवं गतिवाही सर्किटों का मस्तिष्क के अधिगम केन्द्र से सम्बन्ध निहित है। जीवन में वाचन का महत्त्व अधिक है। इसी कारण विद्यालयों में इसकी शिक्षा को …

सस्वर वाचन व मौन वाचन के उद्देश्य विशेषताएँ Read More »

प्राथमिक सहायता

प्राथमिक सहायता देने वाले के गुण व 20 आवश्यक वस्तुएं

साधारण रूप से प्रायः आपातकालीन स्थिति में जो प्रारम्भिक सहायता दी जाती है, उसे प्राथमिक सहायता कहते हैं अर्थात् संकटकालीन स्थिति में डॉक्टर के आने तक या अस्पताल तक ले जाने से पहले तुरन्त दी जाने वाली सहायता (चिकित्सा) प्राथमिक सहायता कहलाती है। जहाँ जनसमुदाय होता है, वहाँ पर आकस्मिक दुर्घटनाएँ भी हो जाती हैं, …

प्राथमिक सहायता देने वाले के गुण व 20 आवश्यक वस्तुएं Read More »

Demonstrators walk along a street holding signs demanding the right to vote and equal civil rights at the March on Washington

शैक्षिक निदान का अर्थ विशेषताएँ व शैक्षिक निदान की प्रक्रिया

शैक्षिक निदान शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य शिक्षार्थी के उच्च व्यक्तित्व का निर्माण करना है। शिक्षार्थी का व्यक्तित्व सामाजिक स्थिति एवं समाज की आवश्यकताओं पर निर्भर करता है। शिक्षार्थियों में व्यक्तिगत विभिन्नता होती है। इन व्यक्तिगत विभिन्नताओं के कारण सभी शिक्षार्थी एक जैसी योग्यता, क्षमता आवश्यकता, रूचि के नहीं होते हैं। सभी शिक्षार्थी अपने व्यक्तित्व …

शैक्षिक निदान का अर्थ विशेषताएँ व शैक्षिक निदान की प्रक्रिया Read More »

E-mc2 written on chalkboard

उपलब्धि परीक्षण के 10 उपयोग 10 विशेषताएँ व 3 सीमाएँ

उपलब्धि परीक्षण की रचना विशिष्ट शैक्षिक निर्देशों अथवा प्रशिक्षण का प्रभाव देखने के लिए की जाती है। विद्यालयों में विभिन्न विषयों में ज्ञान का मापन करने के लिए उपलब्धि परीक्षण का प्रयोग किया जाता है। इन परीक्षणों का मुख्य उद्देश्य, ज्ञान का मापन करने के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में पूर्व कथन करना है। उपलब्धि …

उपलब्धि परीक्षण के 10 उपयोग 10 विशेषताएँ व 3 सीमाएँ Read More »

हिंदी विराम चिन्ह

निदानात्मक परीक्षण के 12 उद्देश्य 9 विशेषताएँ

निदानात्मक परीक्षण उपलब्धि परीक्षण का ही एक रूप है, जिसके अन्तर्गत विशिष्ट विषय-वस्तु अथवा अधिगम अनुभव के अर्जित ज्ञान की विशिष्टताओं एवं कमियों का मूल्यांकन किया जाता है। शिक्षार्थी किसी विषय को समझने में क्या कठिनाई अनुभव कर रहा है ? इस कठिनाई का क्या कारण हो सकता है ? इसे कैसे दूर किया जा …

निदानात्मक परीक्षण के 12 उद्देश्य 9 विशेषताएँ Read More »

woman wearing blue denim jacket holding book

निबन्धात्मक परीक्षा के 12 गुण दोष सीमाएँ व सुझाव

निबन्धात्मक परीक्षा प्रणाली परम्परागत है तथा यह विषयनिष्ठ होती है। साथ ही इसमें आत्मगत तत्व की प्रमुखता होती है। निबन्धात्मक परीक्षाओं से तात्पर्य ऐसी परीक्षण प्रणाली से है जिसके अन्तर्गत सभी शिक्षार्थी पाठ्यक्रम के कई प्रश्नों के उत्तर निश्चित समय के अन्दर निबन्ध के रूप में देते हैं। इन परीक्षाओं में प्रश्नों के उत्तर इतने …

निबन्धात्मक परीक्षा के 12 गुण दोष सीमाएँ व सुझाव Read More »

प्रमुख भारतीय वैज्ञानिक

विज्ञान प्रयोगशाला अर्थ उद्देश्य 11 उपयोग महत्व व संगठन

विज्ञान शिक्षण के लिए विज्ञान प्रयोगशाला की प्रयोगात्मक क्रियाओं का बहुत महत्त्व होता है। विज्ञान विषय को केवल पुस्तकों से पढ़कर नहीं सीखा जा सकता है। विज्ञान के कठिन तथ्यों तथा सिद्धान्तों को प्रयोगों द्वारा अच्छी तरह से समझा जा सकता है। प्रयोगशाला के अभाव में विज्ञान विषय को पूर्णरूपेण नहीं समझा जा सकता है। …

विज्ञान प्रयोगशाला अर्थ उद्देश्य 11 उपयोग महत्व व संगठन Read More »

people inside room

विज्ञान क्लब के 8 उद्देश्य क्रियाएँ व विज्ञान क्लब के संगठन

विज्ञान क्लब एक ऐसा संगठन जिसके द्वारा वैज्ञानिक अभिवृत्ति का विकास हो, विज्ञान सम्बन्धी क्रियाओं में रुचि उत्पन्न हो तथा पाठ्यक्रम का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया जाय। छात्र की मूल प्रवृत्ति तथा इच्छाओं की सन्तुष्टि के साथ-ही-साथ सन्तुलित व्यक्तित्व का विकास भी सम्भव है। विज्ञान क्लब छात्र को विज्ञान के क्षेत्र में उसकी सृजनात्मक क्षमताओं …

विज्ञान क्लब के 8 उद्देश्य क्रियाएँ व विज्ञान क्लब के संगठन Read More »

विज्ञान पाठ्य पुस्तक

विज्ञान पाठ्य पुस्तक क्षेत्र आवश्यकता 10 विशेषताएँ व सीमाएँ

पाठ्य पुस्तक अध्यापक के लिए ऐसा महत्त्वपूर्ण साधन है जो उसके विज्ञान शिक्षण के लिए आवश्यक है। विज्ञान पाठ्य पुस्तक के द्वारा शिक्षक छात्रों के व्यवहार, ज्ञान कौशल आदि में परिवर्तन लाकर विज्ञान शिक्षण के उद्देश्यों को पूर्ण करने का प्रयास करता है। पाठ्य पुस्तक में पाठ्य वस्तु का ज्ञान एक विशेष क्रम में निश्चित …

विज्ञान पाठ्य पुस्तक क्षेत्र आवश्यकता 10 विशेषताएँ व सीमाएँ Read More »

प्रतिभाशाली बालक

विज्ञान शिक्षक की 13 विशेषताएँ

विज्ञान शिक्षक समाज का एक महत्त्वपूर्ण एवं सम्भ्रांत व्यक्ति होता है। वह सामाजिक अभियन्ता है। समाज में विभिन्न प्रकार के परिवर्तनों में उसका योगदान होता है। वह अपनी शिक्षा, योग्यता, क्षमता और चरित्र की शुद्धता से बालक में विशिष्ट सामाजिक परिवर्तन लाने का प्रयास करता है। समाज की रूढ़िवादी परम्पराओं को शिक्षा द्वारा दूर करने …

विज्ञान शिक्षक की 13 विशेषताएँ Read More »

पदार्थ की संरचना व पदार्थ की 3 अवस्थाएँ

ऐसा कुछ भी जिसमें भार होता है, जो स्थान घेरती है और जिसे हम एक या एक से अधिक इन्द्रियों द्वारा महसूस कर पाते हैं, वह पदार्थ कहलाता है। उदाहरण हवा और पानी, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन, चीनी और रेत, चीनी और स्टील लोहे और लकड़ी, दूध और तेल, CO, और भाप कार्बन और सल्फर, चट्टानों …

पदार्थ की संरचना व पदार्थ की 3 अवस्थाएँ Read More »

भारतीय विज्ञान की उपलब्धियाँ

7 प्रमुख भारतीय वैज्ञानिक और उनके योगदान

महान् भारतीय वैज्ञानिक की जीवनी मानव जाति एवं समाज के कल्याण हेतु नवीन आविष्कारों एवं सिद्धान्तों को खोजने के लिये प्रेरित करती है तथा कठिन परिश्रम करने की प्रकृति एवं विषम परिस्थितियों में समाज और विज्ञान की समृद्धि हेतु कुछ कर दिखाने की इच्छा को बल प्रदान करती है। इसी उद्देश्य एवं प्रत्याशा से इस …

7 प्रमुख भारतीय वैज्ञानिक और उनके योगदान Read More »

Lucknow University BEd 1st Semester Syllabus

विज्ञान शिक्षण के उद्देश्य Top 12 Objective

विज्ञान शिक्षण के उद्देश्य- वर्तमान परिस्थितियों में शिक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास करने का प्रयास करना है। किसी भी कार्य को करने से पूर्व कोई लक्ष्य या उद्देश्य निर्धारित करना पड़ता है। उद्देश्य के बिना उस कार्य को कोई दिशा नहीं मिलती। उद्देश्यों के अभाव में कार्य सुचारु रूप से संचालित नहीं …

विज्ञान शिक्षण के उद्देश्य Top 12 Objective Read More »