हिंदी कथा साहित्य प्रश्नपत्र

हिंदी कथा साहित्य प्रश्नपत्र (बी. ए.), Hindi literature question paper for B.A.। इस प्रश्न पत्र को हल करने के लिए पाठ्यक्रम के उपन्यास तथा कहानी के सारांश पता होने चहिए। हिंदी कथा साहित्य का विकास, स्वरूप तथा स्थिति का विशेष अध्ययन होना चाहिए। पाठ्यक्रम में निर्धारित उपन्यास चित्रलेखा, राग दरबारी तथा निर्धारित कहानियां कफन, गुंडा, यही सच है, चीफ की दावत, मारे गए गुलफाम उर्फ़ तीसरी कसम, राजा निरबंसिया, पच्चीस चौका डेढ़ सौ है। B.A. द्वितीय पाठ्यक्रम में आधुनिक हिंदी काव्य

हिंदी कथा साहित्य प्रश्नपत्र

नोट- सभी खंडो से निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। अभ्यार्थी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखें। यदि किसी प्रश्न के कई भाग हो तो उनके उत्तर एक ही तारतम्य में लिखें।

खण्ड अ (लघुत्तरीय प्रश्न)

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 100 शब्दों में लिखिए। प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का है।

(क) जयशंकर प्रसाद की कहानी ‘गुंडा’ का सारांश लिखिए।
(ख) कहानी के उद्भव और विकास पर क्रमिक प्रकाश डालिए।
(ग) ‘यही सच है’ कहानी के नैतिक द्वंद को स्पष्ट कीजिए।
(घ) भीष्म साहनी की भाषा शैली पर संक्षिप्त प्रकाश डालिए।
(च) हीरामन की चारित्रिक विशेषताएं बताइए।
(छ) पच्चीस चौका डेढ़ सौ कहानी की विशेषताएं बताइए।

हिंदी कथा साहित्य प्रश्नपत्र
हिंदी कथा साहित्य प्रश्नपत्र

खण्ड ब (व्याख्यात्मक प्रश्न)

2. निम्नलिखित में से किन्हीं दो की संदर्भ और प्रसंग सहित व्याख्या कीजिए। प्रत्येक प्रश्न 8 अंकों का है।

(क) तुम्हें आश्चर्य हो रहा है वत्स, तुम मेरी निर्बलता को एक बार देख चुके हो इसलिए तुम्हें आश्चर्य होना स्वाभाविक ही है पर याद रखो मनुष्य का कर्तव्य है कमजोरियों पर विजय पाना आज भगवान ने मुझ पर एक सत्य प्रकट किया है जीवन की उत्कृष्टता वासना से युद्ध करने में है और मैं यह करने जा रहा हूं इसलिए मैं चित्रलेखा को दिशा देने वाला हूं।

(ख) एक पुरानी इस लोक में भूगोल की एक बात समझाई गई है कि सूर्य दिशा के अधीन होकर नहीं उठता वह जिधर उदित होता है वही पूर्व दिशा हो जाती है उसी तरह उत्तम कोटि का सरकारी आदमी कार्य के अधीन दौरा नहीं करता हुआ जिधर निकल जाता है उधर ही उसका दौरा हो जाता है।

(ग) जीवन की किसी अलग अभिलाषा से वंचित होकर जैसे प्राया लोग विरक्त हो जाते हैं ठीक उसी तरह किसी मानसिक चोट से घायल होकर एक प्रतिष्ठित जमीदार का पुत्र होने पर भी नन्हकू सिंह गुण्डा हो गया था।

(घ) वहां के वातावरण में सरूर था हवा में नशा था कितने तो वहां आकर एक चुल्लू में मस्त हो जाते थे शराब से ज्यादा यहां की हवा उन पर नशा करती थी जीवन की बाधाएं खींच लेती थी और कुछ देर के लिए या भूल जाते थे कि वे जीते हैं या मरते हैं या ना जीते हैं ना मरते हैं।

हिंदी कथा साहित्य प्रश्नपत्र

खण्ड स (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

3. औपन्यासिक तत्वों के आधार पर भगवती चरण वर्मा की कृति चित्रलेखा की विवेचना कीजिए।
4. श्रीलाल शुक्ल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालिए।
5. राजा निरबंसिया कहानी के नायक जगपति की चारित्रिक विशेषताएं बताइए।
6. मुंशी प्रेमचंद की कहानियां आज भी प्रासंगिक है, इस के संदर्भ में मुंशी जी की कहानियों की समीक्षा कीजिए।


चित्रलेखा उपन्यास व्याख्याएँ, हिंदी कथा साहित्य प्रश्नपत्र
हिंदी कथा साहित्य प्रश्नपत्र

हिंदी कथा साहित्य

Hindi Literature b.a. द्वितीय वर्ष में पूछे जाने वाला हिंदी कथा साहित्य प्रश्नपत्र है। इस प्रश्न पत्र में दो उपन्यास तथा 7 कहानियां है। जिनकी व्याख्याएं, सारांश तथा आलोचनात्मक अध्धयन करना पड़ता है। जो कि इस प्रश्न पत्र को और अधिक कठिन बनाता है। हिंदी कथा साहित्य प्रश्नपत्र में कुल 3 खंड है। प्रथम हिंदी कथा साहित्य जिसमें हिंदी कहानी का स्वरूप, क्रमिक विकास आदि पर चर्चा की गई है। द्वितीय इस पाठ्यक्रम मे कुछ उपन्यास है, इसी प्रकार तृतीय क्रम मैं कुछ कहानियां है जिनसे सारांश तथा आलोचनात्मक प्रश्न पूछे जाते हैं हैंं। हिंदी कथा साहित्य के लिए इसके स्वरूप, विकास, स्थिति पर विचार करना चहिए। आइए इस प्रश्न पत्र को तैयार करें।

हिंदी कथा साहित्यचित्रलेखा उपन्यासचित्रलेखा उपन्यास व्याख्या
रागदरबारी उपन्यासराग दरबारी उपन्यास व्याख्याप्रेमचंद कहानियां समीक्षा
कफन कहानीकफन कहानी के उद्देश्यकफन कहानी के नायक घीसू का चरित्र चित्रण
गुण्डा कहानीगुण्डा कहानी समीक्षायही सच है कहानी
हिंदी में प्रथमचीफ की दावत समीक्षातीसरी कसम कहानी सारांश
राजा निरबंसिया समीक्षापच्चीस चौका डेढ़ सौ कहानी समीक्षा
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