समोत्पाद रेखा को अंग्रेजी में Iso-quant कहते हैं जो कि Iso तथा quant से मिलकर बना है, जिनका सामूहिक अर्थ होता है समान मात्रा। समोत्पाद वक्र ठीक उसी प्रकार दो स्थानापन्न उत्पादन साधनों के विभिन्न मात्रात्मक संयोगों से प्राप्त समान भौतिक उत्पादन स्तर को प्रदर्शित करते हैं जिस प्रकार उपभोग क्षेत्र में उदासीनता वक्र दो उपभोग वस्तुओं के विभिन्न संयोगों से प्राप्त समान उपयोगिता को दर्शाते हैं।
समोत्पाद वक्र माँग सिद्धान्त तटस्थता वक्र की भाँति ही होता है। जिस प्रकार तटस्थता वक्र दो वस्तुओं के उन विभिन्न संयोगों को बताता है जिनसे उपभोक्ता को समान सन्तुष्टि प्राप्त होती है ठीक उसी प्रकार समोत्पाद वक्र भी उत्पत्ति के किन्हीं दो साधनों के उन विभिन्न संयोगों को व्यक्त करता है जिनसे उत्पादन की एक समान मात्रा प्राप्त की जा सकती है।
समोत्पाद रेखा परिभाषाएं
“समोत्पाद रेखाएँ दो साधनों के उन विभिन्न संयोगों को प्रकट करती है जिनकी सहायता से एक फर्म वस्तु की एक समान मात्रा का उत्पादन कर सकती है।’
प्रो. बिलास के अनुसार,
“समोत्पाद रेखा विभिन्न उत्पादन संयोगों को प्रकट करती है जो उत्पादन की एक दी हुई मात्रा की उत्पत्ति करेंगे।”
प्रो. सैम्युलसन के अनुसार
“समोत्पाद रेखा दो साधनों के उन सम्भावित संयोगों को बताती हैं जो कि एक समान कुल उत्पादन देते हैं।’
विक्सटीड

समोत्पाद रेखाओं की मान्यतायें
समोत्पाद रेखाओ की प्रमुख मान्यतायें निम्नलिखित हैं
- उत्पादन प्रक्रिया में केवल दो ही उत्पादन के साधनों का प्रयोग किया जाता है।
- उत्पादन के साधन छोटी-छोटी इकाइयों में विभाज्य होते हैं।
- उत्पादन की तकनीकी दशायें स्थिर होती हैं।
- साधनों को दी हुई तकनीकी दशाओं में पूरी सम्भव कुशलता के साथ संयोजित किया जाता है।
समोत्पाद रेखाओं की प्रमुख विशेषताएँ
समोत्पाद रेखाओं की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित है-
- समोत्पाद वक्र बायें से दायें नीचे की ओर झुके हुए होते हैं। समोत्पाद वक्र क्षेतजीय नहीं होते हैं,समोत्पाद वक्र लम्बवत नहीं होते हैं,समोत्पाद वक्र ऊपर की ओर उठते हुए धनात्मक नहीं हो सकते हैं।
- समोत्पाद वक्र मूल बिन्दु की ओर उन्नतोदर होते हैं।
- समोत्पाद वक्र एक-दूसरे को काटते नहीं है।
- समोत्पाद वक्रों की वक्रता साधनों के परस्पर प्रतिस्थापन की सुगमता पर निर्भर करती है।
- समोत्पाद वक्र एक से अधिक बनाए जा सकते हैं।
- बाँयी ओर का समोत्पाद वक्र दाँयी ओर के समोत्पाद वक्र की तुलना में अधिक उत्पादन प्रदान करता है।
- समोत्पाद वक्र पर दर्शायी गयी उत्पादन की इकाइयों काल्पनिक होती है।
- समोत्पाद वक्र किसी पक्ष को स्पर्श नहीं कर सकता है।
- समोत्पाद वक्र ॠज रेखाओं में भी हो सकते हैं।
- दो समोत्पादन वक्रों के मध्य अनेक समोत्पाद वक्र हो सकते हैं। अर्थशास्त्र

चुनाव की समस्या | मांग | मांग की लोच |
उपयोगिता | उत्पादन फलन | समोत्पाद रेखा |