शिक्षा निदेशक के कार्य
शिक्षा निदेशक के कुछ मुख्य कार्य निम्न है –

- शिक्षा निदेशक संपूर्ण राज्य में शिक्षा प्रशासन के प्रति उत्तरदाई होता है।
- वाह शिक्षामंत्री को शैक्षिक एवं प्रशासनिक विषयों में सलाह देता है।
- राज्य के समस्त विश्वविद्यालयों की कार्यकारिणी परिषद का वह पदेन सदस्य होता है। इस प्रकार वह विश्वविद्यालयों पर नियंत्रण भी रखता है।
- राज्य में शिक्षा विस्तार संबंधी योजनाओं का वह निर्माण करता है।
- शासकीय विद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति और स्थानांतरण का कार्य शिक्षा निदेशक ही संयुक्त शिक्षा निदेशकों की सहायता से करता है।
- राज्य के समस्त शिक्षा कार्यक्रमों में समन्वय की स्थापना वह करता है।
- वह विद्यालयों को मान्यता प्रदान करता है तथा उसके लिए सहायता अनुदान की व्यवस्था करता है।
- वह सहायता प्राप्त संस्थाओं को वार्षिक अनुरक्षण अनुदान देता है।
- निदेशक बालक तथा बालिकाओं की सहायता प्राप्त संस्थाओं को बजट में व्यवस्थित सामान्य नियत धनराशियों में से भवन तथा सज्जा अनुदान वितरित करता है।
- वह बालिकाओं के अशासकीय प्रशिक्षण विद्यालयों में वर्तमान वृत्तिकाएं वितरित करता है।
- उसे मांटेसरी विद्यालयों को अनुदान वितरित करना पड़ता है।
- वह कार्यालय एवं निवास स्थान के रूप में प्रयोग के लिए पट्टे पर भवन लेता तथा उनका किराया स्वीकृत करता है।