मुक्त विश्वविद्यालय के उद्देश्य – मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षा की एक ऐसी प्रणाली है जिसके द्वार सबके लिए खुले हैं। इसमें प्रवेश पाने के लिए आयु व आधारभूत शैक्षिक योग्यता आदि का कोई बंधन नहीं होता। इसमें सब युवक अथवा वृद्ध अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
जो किसी कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह गए हैं। इसके माध्यम से राष्ट्र के दूरदराज इलाकों में रहने वाले लोग भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। मुक्त विश्वविद्यालय परंपरागत विश्वविद्यालयों में प्रवेश के बढ़ते हुए दबाव को कम करने में सहायक है तथा इसमें प्रति व्यक्ति वह भी बहुत कम आता है। भारत जैसे देश के लिए यह विश्वविद्यालय वरदान साबित हो रहे हैं।

मुक्त विश्वविद्यालय के उद्देश्य
मुक्त विश्वविद्यालय के निम्नलिखित उद्देश्य हैं-
- उच्चतर शिक्षा प्राप्त करने के अधिकतम समानता के अवसर उपलब्ध कराना
- उन व्यक्तियों को शैक्षणिक अवसर उपलब्ध कराना जो अपने युवा काल में इन अवसरों से वंचित रह गए हों।
- शिक्षा को एक जीवनपर्यन्त चलने वाली प्रक्रिया बनाना।
- उनकी सहायता करना जो नए विषयों का अध्ययन करना चाहते हैं और अपने ज्ञान को तरोताजा व नवीन करना चाहते हैं।
- पेशेवर श्रमिकों को इनके विशेषीकृत क्षेत्र में हुए तरोताजा विकारों से परिचित कराना।
- पेशेवर श्रमिकों को उनके सेवाकाल में प्रशिक्षण उपलब्ध कराना।
- नई शैक्षणिक तकनीकों का प्रयोग करते हुए विद्यार्थी को शिक्षित करना।
- उच्चतर शिक्षा प्राप्त करने की प्रति दर को कम करना।