प्रशिक्षित अप्रशिक्षित शिक्षक – शिक्षक ही विद्यालय तथा शिक्षा पद्धति की प्रमुख गत्यात्मक सकती है परंतु यह भी सत्य है कि विद्यालय भवन, पाठ्यक्रम, पाठ्य सहगामी क्रियाएं, निर्देशन आदि सभी वस्तुएं शैक्षिक कार्यक्रम में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इन सबसे भी अधिक महत्वपूर्ण एक विषय है, शिक्षक का प्रशिक्षित होना क्योंकि शिक्षक ही आने वाली समितियों पर प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डालता है। अप्रशिक्षित शिक्षक अधिक प्रभावी ढंग से शिक्षण कार्य निष्पादन नहीं कर सकता।




प्रशिक्षित अप्रशिक्षित शिक्षक में अंतर
प्रशिक्षित शिक्षक को शिक्षण कला का ज्ञान होता है। अप्रशिक्षित शिक्षक को आवश्यक नहीं है कि उसे शिक्षण कला का ज्ञान हो। प्रशिक्षित शिक्षक वह व्यक्ति होता है जो अध्ययन के साथ अध्यापन कार्य करता है। अध्यापन पाठ्यपुस्तक आधारित होता है जिसमें बच्चों को पाठ पढ़ाना, समझाना और याद कराना शामिल है। एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए अपने विषय पर पकड तो सबसे जरूरी है ही, पर इसके अतिरिक्त शिक्षार्थी का मनोविज्ञान समझना, उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि समझकर प्यार से पढ़ाना शिक्षक का गुण होना चाहिए।
प्रशिक्षित अप्रशिक्षित शिक्षक में अंतर को निम्नवत् समझा जा सकता है-
प्रशिक्षित शिक्षक | अप्रशिक्षित शिक्षक | |
1. | प्रशिक्षित शिक्षक को शिक्षण कला का ज्ञान होता है। | अप्रशिक्षित शिक्षक को अनिवार्य नहीं है कि उसे शिक्षण कला का ज्ञान हो। |
2. | प्रशिक्षित शिक्षक कक्षा शिक्षण की सूचनाओं से परिचित होता है। | अप्रशिक्षित शिक्षक को सूक्ष्म शिक्षण का ज्ञान नहीं होता है। |
3. | प्रशिक्षित शिक्षक बाल मनोविज्ञान से भलीभांति परिचित होता है। | अप्रशिक्षित शिक्षक के संबंध में ऐसा कह पाना संभव नहीं है। |
4. | प्रशिक्षित शिक्षक कक्षा शिक्षण के दौरान उत्पन्न असामान्य परिस्थितियों को आसानी से हल कर सकता है। | अप्रशिक्षित शिक्षक की अज्ञानता के कारण असामान्य परिस्थितियों उत्पन्न होने की संभावना अधिक रहती हैं। |
5. | प्रशिक्षित शिक्षक कक्षागत शिक्षण से संबंधित सावधानियों से परिचित होते हैं। | अप्रशिक्षित शिक्षक इन सावधानियों से अपरिचित होते हैं। |
6. | प्रशिक्षित शिक्षकों को शिक्षण कौशल शिक्षण शास्त्र का ज्ञान होता है। | अप्रशिक्षित शिक्षक शिक्षण कौशल व चातुर्य से अपरिचित होते हैं। |
7. | प्रशिक्षित शिक्षकों में संवेगात्मक संतुलन अधिक होता है। | अप्रशिक्षित शिक्षकों में संवेगात्मक संतुलन नहीं अथवा कम होता है। |
8. | प्रशिक्षित शिक्षकों को शैक्षिक तकनीकी का ज्ञान होता है। | अप्रशिक्षित शिक्षक शैक्षिक तकनीकी का ज्ञान नहीं रखते हैं। |
9. | प्रशिक्षित शिक्षक शैक्षिक तकनीकी उपकरणों का प्रयोग उचित प्रकार से सही समय पर करना जानते हैं। | अप्रशिक्षित शिक्षक शैक्षिक तकनीकी उपकरणों से पूर्णत: होते हैं तथा इनका प्रयोग करना भी नहीं जानते हैं। |
10. | प्रशिक्षित शिक्षक पाठ्य सहगामी क्रियाओं के महत्व तथा प्रयोग को जानते हैं। | अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए इन क्रियाओं का कोई महत्व नहीं होता है। |