एक प्रभावी नेता में कौन-कौन से गुण होने चाहिए, किस संबंध में भी विद्वानों ने गुणों की अलग-अलग संख्या बताई है। जैसे ऑलपोर्ट ने 18 तथा बर्नार्ड ने 28 गुणों की सूची दी है। इसी प्रकार और भी अनेक विद्वानों ने इनकी संख्या प्रथक प्रथक बताई है।
नेता के सामान्य गुण
इन सभी का यदि विश्लेषण करें तो नेता के सामान्य गुण निम्नलिखित उभर कर आते हैं-
- शारीरिक गुण
- बुद्धि
- उद्दीपकता
- दूरदर्शिता
- आत्मविश्वास
- संकल्प शक्ति
- सामाजिकता
- लोचशीलता
1. शारीरिक गुण
एक प्रभावी नेता के सामान्य गुण में कुछ शारीरिक गुणों का होना वांछनीय है। वह देखने में भद्दा न लगे, शरीर की ऊंचाई, समूह के सदस्यों से बहुत अधिक कम या ज्यादा न हो, उसका वजन संतुलित हो, वह न बहुत दुबला हो और न बहुत मोटा। उसमें स्फूर्ति उत्साह तथा जोश हो। जिस नेता में स्फूर्ति उत्साह तथा दोष नहीं होता है वह समूह का सही प्रकार से नेतृत्व नहीं कर पाता है।
2. बुद्धि
नेता में उच्च बौद्धिक योग्यताएं होनी चाहिए। बुद्धि के आधार पर वह समूह की विभिन्न समस्याओं का समाधान कर सकता है, समूह के लिए उद्देश्य तथा नीतियां निर्धारित कर सकता है। वेब तथा हीलिंगबर्थ आदि के नेता के लिए उच्च बौद्धिक क्षमताओं का होना अनिवार्य बताया है।

3. उद्दीपकता
नेता के सामान्य गुण में स्फूर्ति, प्रसन्नता, स्पष्टता, तत्परता तथा समय की पाबंदी जैसे गुणों का होना नितांत अनिवार्य है। कोई भी समूह ऐसे व्यक्ति को नेता पद पर पसंद नहीं करता है जो आलसी, निस्तेज, ढीला ढाला, लापरवाह तथा हमेशा दुखी रहने वाला हो।
4. दूरदर्शिता
नेता ऐसा हो जो दूर की सोचे भविष्य की सूची वर्तमान का सामना करें तथा भूतकाल से सीखे। यदि नेता में दूरदर्शिता का अभाव है तो वह अपने अनुयायियों के भावी कल्याण की योजना नहीं बना सकता है। उसमें इतनी योग्यता हो कि वह कारण प्रभावों में संबंध स्थापित कर सके।
5. आत्मविश्वास
नेता में आत्मविश्वास होना चाहिए। जिस नेता में आत्मविश्वास होता है वह उचित निर्णय ले सकता है। आत्मविश्वास के अभाव में वह निर्णय लेने में संकोच करेगा। जो नेता अपने आप पर विश्वास नहीं करता वह दूसरों पर क्या विश्वास करेगा तथा दूसरे भी उस पर क्या विश्वास करेंगे।
6. संकल्प शक्ति
प्रत्येक नेता के सामने कभी न कभी कठिन समस्याएं आ जाती हैं जिनके विषय में उसे कठोर निर्णय लेने होते हैं। नेता में जब तक दृढ़ इच्छाशक्ति नहीं है तब तक वहीं गंभीर समस्याओं से लड़ नहीं सकता है। कठोर समय में भी साहस के साथ बिना विचलित हुए जो नेता कार्य करता है वही अपने अनुयायियों का आदर्श बन पाता है।नेता में आत्म संयम उत्तरदायित्व वाहन करने की क्षमता तथा संकल्प शक्ति का होना अत्यंत आवश्यक है।

7. सामाजिकता
नेता में सामाजिकता का गुण भी होना चाहिए। यदि नेता में सामाजिकता नहीं है तो वह दूसरे सदस्यों से संबंध स्थापित नहीं कर सकता है। सामाजिकता के अभाव में वह ना तो सामाजिक संबंधों को समझ पाएगा और ना सामाजिक क्रिया प्रतिक्रियाओं को ही समझ पाएगा। सामाजिकता स्थाई नेतृत्व के लिए भी आवश्यक है।
8. लोचशीलता
नेता में लोचशीलता हो, वह ऐसा हो जो बदली हुई परिस्थितियों के साथ ही साथ अपने आप को बदल ले। यदि नेता लकीर का फकीर बना रहता है। सामयिक परिवर्तनों के साथ बदलता नहीं, नए विचारों को अपना आता नहीं वह अपने समूह को उन्नत की ओर नहीं ले जा सकता है।
अपरिवर्तनशील नेता को वैसे भी पग पग पर कठिनाई आती है। नेता में लोचशीलता का होना अत्यंत आवश्यक है इसमें प्रत्येक नई समस्या पर नए दृष्टिकोण से विचार करने की क्षमता हो। यदि वह प्रत्येक समस्या को एक ही विधि से हल करना चाहता है तो यह उसकी भूल होगी।
उपरोक्त गुणों के अलावा नेता में उच्च कल्पना शक्ति, अच्छी स्मृति, मृदुभाषी, व्यावहारिकता जैसे अन्य गुणों का होना भी उपयोगी रहता है।