चीन जनसंख्या वृद्धि – विलकालस के अनुमान के अनुसार चीन की जनसंख्या 1650 ईसवी में 7 करोड़ थी। जो 1710 ईसवी में 14 करोड़, 1850 में 34 करोड़ तथा 1930 ईस्वी में 43.2 करोड़ तक हो गई। विश्व बैंक के अनुमान के अनुसार, 1990 में चीन की जनसंख्या 11344 लाख हो गई थी। आज चीन में विश्व की लगभग एक चौथाई जनसंख्या निवास करती है। चीन क्षेत्रफल में विश्व का तीसरे तथा जनसंख्या में प्रथम स्थान पर है। आधुनिक समय में चीन की जनसंख्या वृद्धि के प्रमुख कारण निम्न हैं-
- उपजाऊ समतल कषि योग्य भूमि
- जन्म दर का ऊंचा होना
- शीतोष्ण कटिबंधीय अनुकूल जलवायु
- प्राकृतिक विपदाए
- सीमाओं का स्थानांतरण
- विदेशियों द्वारा अप्रवास
- शिक्षा एवं साक्षरता की कमी
- परिवार कल्याण कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार ना होना
- जीवन स्तर का निम्न होगा

चीन जनसंख्या वृद्धि
जनसंख्या की दृष्टि से चीन का विश्व में पहला स्थान है। चीन पश्चिमी देशों की तरह अपने देश की जनसंख्या को नियंत्रित करने का प्रयास कर सकता है। अतः जनसंख्या वृद्धि एक ऐसी भयावह व्याप्त दृश्य घटना है। जिसके नियंत्रण के बिना विश्व का विकास प्रक्रम ही नहीं बल्कि जीवन क्रम भी खतरे में पड़ गया है। इस संबंध में परिवार नियोजन के कार्यक्रम की सफलता के बिना समाधान का कोई मार्ग प्रशस्त नहीं हो सकता है।
विश्व के कुछ ही भाग पश्चिमी चीन सदृश कम बसे हैं तथा कुछ ही भाग यांगटिसीक्यांग डेल्टा सदृश बसे हैं।
क्रेसी महोदय के अनुसार
चीन में संयुक्त राज्य अमेरिका के लगभग साढे 3 गुना लोग रहते हैं। यहां सबसे अधिक जनसंख्या हुआंगहो नदी की घाटी में निवास करती है क्योंकि यहां के सभी प्राकृतिक ऐतिहासिक एवं आर्थिक कारक यहां के भौगोलिक परिस्थितियों के अनुकूल हैं।
चीनी सरकार के अनुसार

चीन जनसंख्या का वितरण और घनत्व
चीन के दक्षिणी पूर्वी भाग के 36% भाग में देश की 90% जनसंख्या रहती है जबकि उत्तरी पश्चिमी भाग के 64% भाग पर कुल जनसंख्या के केवल 4% लोग रहते हैं यहां की तीन चौथाई जनसंख्या में निम्न चार क्षेत्र है।
- उत्तरी चीन – यहां यहां का समतल मैदानी क्षेत्र है। यहां पर चीन की 25% जनसंख्या निवास करती है। यहां पर जनसंख्या का घनत्व 300 से 400 मनुष्य प्रति वर्ग किलोमीटर है। चीन की राजधानी बीजिंग इसी क्षेत्र में स्थित है।
- मध्य एवं निचली यांगटिसी घाटी डेल्टाई प्रदेश – यहां पर चीन की लगभग 20 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है। जिसका औसत घनत्व लगभग 500 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है।
- सेचवान की घाटी – यहां पर चीन की 12% जनसंख्या निवास करती है। यह प्रदेश कृषि की दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। जनसंख्या का घनत्व 1000 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है।
- सिक्यांग नदी घाटी के डेल्टाई प्रदेश – यह चीन का सबसे प्रमुख चावल उत्पादक क्षेत्र है। दक्षिणी चीन के डेल्टाई क्षेत्रों में जनसंख्या का घनत्व सबसे अधिक है। इस प्रदेश में उपजाऊ भूमि के कारण जनसंख्या का औसत घनत्व 600 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है।

चीन जनसंख्या वृद्धि समस्या एवं समाधान
चीन विश्व का सबसे बड़ा महापुंजों वाला देश है। इतने बड़े विशाल जनसंख्या के लिए खाद्यान्न, वस्त्र, निवास, शिक्षा, रोजगार आदि की समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। यद्यपि चीन में कई समाज सुधारक चिंतनशील व्यक्ति इन जनसंख्या की समस्याओं के प्रति जागरूक है और उन्हें नियंत्रित करने का भरसक प्रयास भी कर रहे हैं। लेकिन कई विचारक इसका विरोध कर रहे हैं। चीन जनसंख्या वृद्धि एक भयानक समस्या है। उनके अनुसार “जनसंख्या वास्तविक और व्रहत्तम संसाधन है और समाजवादी अर्थव्यवस्था अधिक से अधिक जनसंख्या को अच्छे से अच्छा जीवन स्तर प्रदान करके राष्ट्र की आर्थिक निर्भरता प्रदान करने में समर्थ है।”
अधिक जनसंख्या का देश कम शिक्षित जनसंख्या वाला देश होता है। इस बात को चीनी सरकार ने अच्छी तरह से समझा और जनसंख्या समाधान के लिए निम्न उपाय किए।
- वर्तमान चीनी सरकार कम जनसंख्या वाले क्षेत्रों में पूर्व एवं दक्षिणी पूर्वी चीन की अधिक जनसंख्या को स्थानांतरित कर रही है। इस प्रयास से प्रत्येक क्षेत्र में जनसंख्या का वितरण एक समान होने से प्रत्येक क्षेत्र की प्राकृतिक संपदा का समुचित विकास होने लगेगा। स्त्री और पुरुष दोनों के विवाह की उम्र 28 और 30 वर्ष निर्धारित की गई है।
- चीनी सरकार जनसंख्या नियंत्रण पर ध्यान दे रही है। यहां अधिक बच्चों वाले परिवार को दंड व कम बच्चों वाले परिवार को प्रोत्साहन की व्यवस्था की गई है।
- चीन जनसंख्या वृद्धि को कम करने के लिए कुटीर उद्योग एवं लघु उद्योग पर बल दिया जा रहा है। जिससे भूमिहीनों को उचित आय प्राप्त हो सके।