चीन की स्थलाकृतियां – चीन में अनेक प्रकार की स्थलाकृतियां स्थित हैं। भूमि है तो कहीं ऊंची पर्वत श्रेणियां, कहीं ऊंचे पठार हैं तो कहीं लोयस मिट्टी का प्रदेश है। यहां के अधिकांश समतल क्षेत्र यहां के पूर्वी क्षेत्र में है और अधिकांश पर्वती क्षेत्र दक्षिणी पश्चिमी भाग में है। संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस या भारत की तुलना में यहां अधिक पर्वतीय क्षेत्र हैं। चीन के 39% भाग को पर्वतीय भाग गिरे हुए हैं।
इसी प्रकार 34% भाग पर पठार तथा 21% भूमि पर मैदान फैले हुए हैं। इस प्रकार चीन का 73% भाग पर्वतों एवं पधारो से ढका हुआ है। अत: पठार और पर्वतीय क्षेत्र का प्रतिशत लगभग बराबर है।

चीन की स्थलाकृतियां
निम्नलिखित सारणी द्वारा चीन की स्थलाकृतियां के क्षेत्रफल को समझा जा सकता है।
स्थलाकृतियों के प्रकार | कुल क्षेत्रफल का प्रतिशत | ऊंचाई |
---|---|---|
पर्वतीय एवं पहाड़ी क्षेत्र | 39 | 2,000 से अधिक |
पठारी क्षेत्र | 34 | 1000 से 2000 मीटर |
नदी बेसिन क्षेत्र | 16 | 500 से 1000 मीटर |
मैदान | 11 | 500 मीटर से नीचे |
चीन की स्थलाकृतियों को चाय के आधार पर निम्न वर्गों में रख सकते हैं-
- पश्चिमी पठारी एवं पर्वतीय क्षेत्र
- मध्यवर्ती पठारी अपलैण्ड क्षेत्र
- पूर्वी मैदानी एवं पहाड़ी क्षेत्र

पश्चिमी पठारी एवं पर्वतीय क्षेत्र
यह क्षेत्र पूरब में 105° पूर्वी देशांतर तक फैला है। ऐसे स्थलाकृति प्रदेश को निम्न भागों में बांटा गया है-
- तिब्बत पठार – यह पठार धरातल से 3600 मीटर से भी ऊंचा है। विश्व का या सर्वोच्च पठार तिब्बत चीन के दक्षिणी पश्चिमी भाग में स्थित है। इसे विश्व की छत भी कहा जाता है। इसके उत्तरी पश्चिमी सीमा पर पामीर की गांठ स्थित है। इसके दक्षिणी पूर्वी किनारों से सिंधु, सतलज, ब्रह्मपुत्र, ह्वांगहो आदि नदियां निकलती हैं।
- त्यानशान उच्च भूमि – यह पर्वत श्रेणी सिकियांग प्रांत में जुंगेरियन के दक्षिण तथा तारिम बेसिन को घेरे हुए है। यह पश्चिम में अफगानिस्तान में पामीर की गांठ से भी जुड़ी हुई है। इसकी चोटियां 6000 मीटर से भी अधिक ऊंची हैं।
- अल्टाई सायन की उच्च भूमि – यह उत्तरी पश्चिमी मंगोलिया एवं रूस की सीमा रेखा पर स्थित है। यह पर्वत वनस्पति विहीन है। इस पर्वत की प्रमुख श्रेणी तानुउला रूस तथा मंगोलिया की सीमा के सहारे फैली हुई है।
- सिंकियांग अपलैंड या मरूभूमि – यह भूदृश्य सिकियांग क्षेत्र में स्थित है। यह चारों और पहाड़ों से घिरी हुई एक निम्न मरुभूमि है। अपरदन के कारण यहां की श्रेणियां समतल भूमि में बदल गई है। विश्व प्रसिद्ध गोबी का मरुस्थल गोभी के समतल भूमि में है। न तो यहां वर्षा होती है, न ही पर्वता बंद होने के कारण कोई नदी बाहर निकलती है और ना ही पवने बालू उड़ा कर बाहर ले जाती हैं।
- जुंगारिया बेसिन – यह तारिम बेसिन के उत्तर में स्थित है। इसके उत्तर प्रदेश में अल्टाई पर्वत तथा दक्षिण-पश्चिम में त्यानशान पर्वत स्थित है।

मध्यवर्ती पठारी अपलैण्ड क्षेत्र
इस क्षेत्र को स्थानिक उच्चावचीय विषमता के आधार पर कई भौतिक उपविभाग में विभाजित किया गया है-
- आंतरिक मंगोलिया
- पूर्वी उच्च प्रदेश – या प्रदेश वनों से घिरा हुआ कृषि प्रधान क्षेत्र है।
- मध्यवर्ती पर्वतीय प्रदेश
- दक्षिणी मरूभूमि – यह प्रदेश यांगटिजी पहाड़ी व यांगटिजी बेसिन के मध्य स्थित है। यहां के बुई, टापू व नॉनलिंग पर्वत श्रेणियों की औसत ऊंचाई 1800 मीटर तक है।
- दक्षिण पश्चिमी मरूभूमि
पूर्वी मैदानी एवं पहाड़ी क्षेत्र
यह भाग नदियों द्वारा बना हुआ मैदानी क्षेत्र है। यह क्षेत्र केवल 11% भाग पर फैला हुआ है। चीन के लगभग 11,00,750 लाख वर्ग किलोमीटर भूमि मैदानों के अंतर्गत आती है। क्षेत्र के उत्तरी चीन का विशाल मैदान सबसे महत्वपूर्ण मैदान है। इसी समुद्र तल से औसत ऊंचाई 40 मीटर है। यह समतल मैदानी भाग है। चीन की राजधानी बीजिंग नगर इसके उत्तर में है। आप चीन की स्थलाकृतियां Hindibag पर पढ़ रहे हैं।
