यह मंडल सबसे प्राचीन संस्था है। शिक्षा संबंधी मामलों में प्रांतीय सरकारों की ओर सलाह देने के लिए इसकी स्थापना 1921 ईस्वी में की गई थी। यह बोर्ड मंत्रालय की समस्त क्रियाओं की महत्वपूर्ण धुरी है, जिसके चारों ओर संपूर्ण कार्यक्रम फैला हुआ है।
संगठन
केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड के संगठन इस प्रकार है
- केंद्रीय शिक्षामंत्री
- भारत सरकार का शिक्षा परामर्शदाता
- भारत सरकार द्वारा मनोनीत 15 सदस्य जिनमें चार स्त्रियां होती हैं
- संसद के 5 सदस्य जिनमें दो राज्यसभा के तथा तीन लोक सभा के सदस्य
- भारत सरकार के विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों में अंतर विश्वविद्यालय मंडल द्वारा चुने हुए 2 सदस्य
- अखिल भारतीय प्राविधिक शिक्षा परिषद के 2 सदस्य जिनको स्वयं परिषद मनोनीत करती है।
- प्रत्येक राज्य सरकार का एक प्रतिनिधि जो शिक्षा मंत्री होता है।
- मंडल का सचिव उसको केंद्रीय सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है सामान्यतः केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का शिक्षा सचिव ही इसके सचिव का कार्य करता है।

केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड के कार्य
केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड के मुख्य कार्य निम्न हैं-
- किसी भी शिक्षा संबंधी प्रश्न पर जो केंद्रीय सरकार या राज्य सरकार द्वारा उसके समक्ष प्रस्तुत किया जाए परामर्श देना।
- भारत सरकार के शैक्षिक विकास से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाओं एवं परामर्शों को एकत्रित करना तथा उनकी जांच करके अपनी सिफारिशों के साथ भारत सरकार तथा राज्य सरकारों को प्रस्तुत करना।